हमीद सेतु की मरम्मत कार्य में जुटे इंजीनियर
गाजीपुर। हमीद सेतु के ज्वाईंटर में आई खराबी के बाद दो पहिया वाहनों को छोड सभी तरह के वाहनो के पुल से होकर आने-जाने पर रोक लगाए जाने के बाद से राहगीरों को पैदल ही पुल से आने-जाने को मजबूर हैं। वहीं पुल की मरम्मत के लिए गुजरात की शिवम कांक्रिट कांसुल्टेंसी कंम्पनी के इंजीनियर पराग पटेल अपने दर्जनों कर्मियों व साजो-समान के साथ मौके पर पहुंचकर मरम्मत करने की तयारी में जुट गये हैं। यह मरम्मत का पूरा कार्य एनएचएआई वाराणसी के इंजीनियर सुरेश पाल की देख-रेख में दोपहर करीब 11 बजे ड्रिल मशीन से स्पैन में होल करने का काम शुरू कर दिया गया, जो करीब दो घंटों तक यह काम चलता रहा। इसके बाद गटर बाक्स में सपोर्टिंग सिस्टम के एर्जेस्टमेंट का काम शुरू कर टाप-अप स्पैन की लिफ्टिंग में कर्मी जुट गये हैं। जहां तक मरम्मत में जुटे कर्मियों की माने तो मरम्मत का काम तीन से चार दिन के अन्दर हर हाल में पूरा कर लिया जायेगा। स्पैन के लिफ्टिंग का काम हाईड्रोलिक प्रेशर जैक के सहारे किया जाना है, रबर नुमा प्लेटनेस वैयरिंग लगाने से पहले पेडिस्टल कास्टिंग के उपरान्त ही प्लेट नुमा वेयरिंग सेट करने के उपरान्त पुल को वाहनों के लिए एन एच ए आई की रिपोर्ट पर आलाधिकारियों के द्वारा खोला जा सकता है ,जहां तक सेतु दोनों ज्वाईंटरों के पूर्ण मरम्मत का सवाल है उम्मीद है कि आगामी 20 नवम्बर तक यह कार्य पूरा कर लिया जायेगा, वहीं विभाग की माने तो यह पुल फिलहाल भारी वाहनों के लिए वर्जित रहेगा, पुल को रविवार की देर शाम से सभी तरह के चार पहिया वाहनों को रोके जाने के बाद राहगीर मेदनीपुर त्रुमुहानी के पास किए गये बैरिकेटिंग को हटाने को लेकर पुलिस से तू-तू मैं-मैं करने लगे स्थिति बिगडती देख सीओ जमानियाँ हितेन्द्र कृष्ण, प्रभारी निरीक्षक बिन्द कुमार मय कई थानो की पुलिस बल के पहुँच स्थिति को संम्भालने में जुट गये, इस जाम में कई पुलिस प्रशासनिक अधिकारी, राजनीतिक दलों नेता फसें रहे जो बाद में जमानियाँ से होकर जाने को मजबूर हुए । सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली छात्र-छात्राओं सहित महिलाओं, बुजुर्गों को उठानी पड रही है जिन्हें पुल को पैदल ही पार करने को मजबूर है।