लॉक डाउन: गरीबों के लिए मसीहा बनी महिला थाना पुलिस, सड़कों पर फंसे लोगों को कराया भोजन
गाजीपुर। कोरोना महामारी को हराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिन के लॉक डाउन किया है और 21 दिनों तक लोगों से अपने अपने घरों से न निकलने की अपील की है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों की बढ़ गई है और जो रोज कमाते खाते है। ऐसे में इन गरीब लोगों सहारा बनी है उत्तर प्रदेश पुलिस। लॉक डाउन के दौरान गाजीपुर महिला थाना एसओ, हेड मोहर्रिर अनीता सिंह एंव कांस्टेबल मुंशी इस्मिता का एक मानवीय चेहरा सामने आया है। इसकी हर तरफ तारीफ तेजी से हो रही है। पुलिस महानिदेशक ने भी शनिवार को ऐसे पुलिसकर्मियों की सराहना की।
लॉक डाउन की वजह से सब बंद हो गया है, ऐसे में दिहाड़ी मजदूर पलायन कर रहे हैं। शनिवार को दूसरे राज्य से गाजीपुर में फंसे दो दर्जन से ज्यादा मजदूर अपने घर के लिए निकल पड़े लेकिन उन्हें पुलिस रास्ते में ही रोक दिया। जब इस बात की जानकारी महिला थाना पुलिस को हुई तो, थाने में तैनात एसओ हेड मोहर्रिर अनीता सिंह एंव कांस्टेबल मुंशी इस्मिता को जब पता चला कि मजदूर सुबह से भूखे हैं तो उन्होंने फौरन खाने के पैकेट व फल लेकर शहर के अलग-अलग जगहों पर पहुंचा। भूख से तड़फड़ा रहे सभी मजदूरों को भोजन कराया। इस दौरान सभी भूखे मजदूरों ने महिला थाना पुलिस को धन्यवाद दिया साथ ही दुआएं दी।
लॉक डाउन के दौरान जहाँ पुलिस एक तरफ सड़कों पर पूरी तरह से मुस्तैद है और लॉक डाउन का उललंघन करने वालों पर सख्ती कर रही है। तो वहीँ दूसरी तरफ पुलिस अपने अपने क्षेत्रों में गरीबों तक राहत पहुंचाते नजर आए। कोतवाली इलाके में गरीबों के लिए खाने के व्यवस्था की गई। वहीँ जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य, एसपी ओमप्रकाश सिंह ने लोगों तक राहत पहुंचाई। पुलिस लॉक डाउन को तोड़ने वालों पर सख्त भी नजर आई। पुलिसकर्मी लगातार गश्त कर लोगों से घरों में रहने की अपील कर रहे हैं।