पैसा मांगने के लिए धमकी देने वाला आरोपित गिरफ्तार
गाजीपुर। पुलिस अधीक्षक जनपद गाजीपुर द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत, पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी नगर गाजीपुर के निर्देशन में शुक्रवार को 1 अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त तौसीफुल हक द्वारा जनपद गाजीपुर मे नियुक्त निरीक्षक रहमतुल्लाह खां के मो नं. पर पिछले कुछ दिनों से अपने दूरभाष से 1,30,000 रुपये की मांग की जा रही थी। निरीक्षक रहमतुल्लाह खां की शिकायत उच्चाधिकारियों को फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर उच्च न्यायालय इलाहाबाद के न्यायाधीश के नाम से फर्जी शिकायत की मेल निरीक्षक रहमतुल्लाह खां के विरूद्ध की गयी तथा इसी बात की धमकी देकर कि प्रकरण उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से सम्बन्धित है। अभियुक्त तौसीफुल हक द्वारा 1,30,000 रुपये मामले के निस्तारण के लिए बार-बार मांगा जा रहा थी। इसपर निरीक्षक रहमतुल्लाह खाँ द्वारा उच्चाधिकारियों से वार्ता कर स्वाट, सर्विलांस टीम प्रभारी से वार्ता के साथ तथा अभियुक्त जो कि उपरोक्त के क्रम में पैसे लेने के लिये लंका बस स्टैण्ड जनपद गाजीपुर आया था को उसके द्वारा बताये गये स्थान लंका बस स्टैण्ड के पास पहुँच कर उसके द्वारा बतायी गयी कार UP32HQ3830 के पास पहुंच कर निरीक्षक रहमतुल्लाह खाँ उससे वार्ता करने लगे । इसी बीच स्वाट टीम द्वारा घेरा बन्दी की गयी तो वह भागना चाहा लेकिन आवश्यक बल का प्रयोग करते हुए लंका स्टेशन रोड तिराहे के पास अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया । अभियुक्त की जामा तलाशी से घटना में प्रयुक्त दोनो मोबाइल फोन मय सिम बरामद किया गया । अभियुक्त के पास से बरामद फोन से ही निरीक्षक रहमतुल्लाह खाँ को फोन किया जा रहा था जिनका नंबर अभियुक्त के मोबाइल के काल लाग में मौजूद है । जिसके संदर्भ में थाना कोतवाली गाजीपुर पर मु0अ0सं0 610/2021 धारा 420/384/467/468/471/170 IPC व 66D I.T Act. का अभियोग पंजीकृत किया गया । अभियुक्त की जामा तलाशी से घटना में प्रयुक्त दोनो मोबाइल फोन मय सिम बरामद किया गया। विवरण पूछताछ -पूछताछ के दौरान अभियुक्त तौसीफुल हक द्वारा बताया गया कि मैं फर्जी आई0डी0 बनाकर फर्जी नंबर लेकर उच्चाधिकारियों को मेल करके नौकरी करने वाले लोगों को नौकरी करने जाने का भय दिखाकर पैसे वसूलता था जो लोग पैसे नहीं देते थे उनके खिलाफ लगातार उच्चाधिकारियों को मेल व शिकायत भेजता रहता था। इससे पूर्व भी मैं दिल्ली में लखनऊ में व अयोध्या में इसी प्रकार के मामलो में जेल जा चुका हूँ। जिस सिम का मैं प्रयोग करता था वह मैं ज्यादा पैसे देकर फर्जी आईडी पर लिया हूं जो मेरे पास से बरामद हुआ है।